आज़ादी सिर्फ एक शब्द नहीं, एक भावना है। हर साल जब 15 अगस्त या 26 जनवरी आता है, तो पूरे देश का माहौल देशभक्ति से भर जाता है। स्कूलों, कॉलोनियों और ऑफिसों में तिरंगे लहरते हैं, भाषण दिए जाते हैं और एक चीज़ जो सबसे ज्यादा जोश जगाती है — वो हैं Desh Bhakti Geet।
मैंने खुद जब पहली बार स्कूल में “सारे जहाँ से अच्छा” गाया था, तो दिल में कुछ अलग ही एहसास हुआ था। वो सिर्फ गीत नहीं था, एक कसम थी — अपने देश से प्यार निभाने की।
🎤 Desh Bhakti Geet का जादू
देशभक्ति गीतों की सबसे खास बात ये है कि ये दिल को छूते हैं। ये गीत हमें उन शहीदों की याद दिलाते हैं जिन्होंने हमारे लिए अपनी जान दे दी, उन सैनिकों की जो आज भी सरहद पर खड़े हैं।
🎶 Top Desh Bhakti Ke Geet (Best Patriotic Songs of India)
यहां पर हैं कुछ ऐसे देशभक्ति गीत जो हर भारतीय को गर्व महसूस कराते हैं:
- सारे जहाँ से अच्छा – “हिंदुस्तान हमारा है”, एक ऐसा गीत जो देश की आत्मा को बयान करता है।
- वन्दे मातरम् – बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित, भारत माता को समर्पित सबसे पवित्र गीत।
- ऐ मेरे वतन के लोगों – लता मंगेशकर की आवाज़ में, जो हर भारतीय की आंखों में आंसू ला देता है।
- मां तुझे सलाम – ए.आर. रहमान का ये गीत नई पीढ़ी की देशभक्ति को आवाज़ देता है।
- जन गण मन – हमारा राष्ट्रगान, हर शब्द में गर्व और समर्पण।
- दिल दिया है जान भी देंगे – फिल्म कर्मा का ये गीत आज भी जवानों का हौसला बढ़ाता है।
- कर चले हम फिदा – शहीदों को समर्पित, वो गीत जो दिल की गहराइयों तक उतरता है।
- भारत हमको जान से प्यारा है – देश की विविधता और एकता का सुंदर चित्रण।
- चक दे! इंडिया – नया जोश, नई सोच और एक नई प्रेरणा।
- संदेसे आते हैं – हर फौजी के दिल की आवाज़, जो घर और देश के बीच की भावना को छूता है।
देशभक्ति गीत | “भारत मां की जय बोलो”
(मुखड़ा):
भारत मां की जय बोलो,
सरहद पर दीप जलाओ।
वीरों की इस धरती को,
गर्व से शीश झुकाओ।।
(अंतरा 1):
जहाँ तिरंगा लहराता है,
वो मंदिर से कम नहीं।
हर जवान का बलिदान,
किसी वरदान से कम नहीं।
उनके क़दमों के निशां,
हमारे रस्ते बन जाते हैं,
देश के नाम जीना-मरना,
हमारी पहचान बन जाते हैं।
भारत मां की जय बोलो…
(अंतरा 2):
जो खून बहा है सीमा पर,
वो रंग लाया फसल में।
हर माँ ने बेटा खोया,
पर गर्व रहा आँचल में।
उनकी हँसी की कीमत को,
हम शब्दों में ना तौलें,
चलो कुछ ऐसा कर जाएं,
कि तिरंगा खुद बोलें।
भारत मां की जय बोलो…
(अंतरा 3):
सुनो हवा के झोंकों से,
वीरों की आवाज़ आती है।
हर धड़कन में मातृभूमि की,
गूंजती अरदास आती है।
कभी पढ़ो वो चिट्ठियाँ,
जो मोर्चे से भेजी जाती हैं,
हर अक्षर में प्यार छुपा है,
जो आंखों में नमी लाती हैं।
भारत मां की जय बोलो…
(अंतरा 4):
ना जात देखो, ना धर्म पूछो,
सब एक ही माटी के फूल।
हिंदुस्तान ही पहचान है,
बाकी सब हैं धूल।
चलो वचन आज हम लें,
हर बुराई से लड़ जाएंगे,
जब जब जरूरत पड़ी,
वतन पर जान लुटाएंगे।
भारत मां की जय बोलो…
सरहद पर दीप जलाओ…
वीरों की इस धरती को…
गर्व से शीश झुकाओ।।
Desh Bhakti Geet | “माटी की पुकार है”
(मुखड़ा):
माटी की पुकार है,
भारत माँ का प्यार है,
चल उठो ऐ नौजवां,
अब तुझसे ही भारत का संवार है।
(अंतरा 1):
कंधों पे तिरंगा हो,
दिल में हो बलिदान,
हर सांस कहे proudly –
“मैं हूँ हिंदुस्तान।”
जो झुका नहीं कभी,
वो वीर जवान बन जाए,
देश से जो करे मोहब्बत,
वो हिंदुस्तान बन जाए।
माटी की पुकार है…
(अंतरा 2):
संग चलें तो पर्वत भी,
रास्ता दे देता है,
हिम्मत हो दिलों में तो
तूफान भी झुक जाता है।
एकता की शक्ति से,
हर अंधेरा हारता है,
भारत मां के चरणों में,
हर बेटा वारता है।
माटी की पुकार है…
(अंतरा 3):
ना फर्क हो मज़हब में,
ना भेद हो जात में,
बस प्रेम बहे हर दिल में,
हर गली, हर बात में।
भाईचारे की बुनियाद से
नवभारत बने सुनहरा,
जहाँ हर बच्चा बोले
“मेरा देश सबसे प्यारा।”
माटी की पुकार है…
(अंतरा 4):
तू खेतों की हरियाली है,
तू सीमाओं की ढाल है,
तू बंदूकों की गूंज नहीं,
तू शांति की मिसाल है।
भारत मां के आँचल में,
हर रंग बसा है यारों,
चलो करें कुछ ऐसा काम
कि नाम हो जाए अपारों।
माटी की पुकार है…
भारत माँ का प्यार है…
चल उठो ऐ नौजवां…
अब तुझसे ही भारत का संवार है।
Desh Bhakti Geet in hindi | “तिरंगे की शान में”
(मुखड़ा):
तिरंगे की शान में,
हर दिल कुर्बान है।
भारत मां की जय कहो,
यही हमारी पहचान है।
(अंतरा 1):
जहाँ सूरज सबसे पहले चमके,
जहाँ गंगा की धारा बहे।
जहाँ हर जात, हर मज़हब,
एकता के रंग में ढले।
वो धरती है वीरों की,
जहाँ जन्मे भगत, सुभाष, तिलक,
ऐसे भारत पर नाज़ करो,
जिसे देखे खुदा भी थमके।
तिरंगे की शान में…
(अंतरा 2):
हर खेत खिले सोने जैसा,
हर कोना चहके आज़ादी से।
हर सैनिक लड़े बिना थके,
हर दिल बोले वंदे मातरम् जी से।
ये सिर्फ़ देश नहीं,
एक भावना, एक संस्कार है,
इसकी रक्षा में देना जान,
हर भारतवासी का अधिकार है।
तिरंगे की शान में…
(अंतरा 3):
सरहद की रेत पे जो नाम लिख गया,
वो अमरता की मिसाल बना।
जिसने माँ की गोद छोड़ी,
वो हर जननी का लाल बना।
उस वीर को सलाम करो,
जो वर्दी में भगवान लगे,
उसकी हर सांस में वतन बसता है,
उसकी हर सांस इन्कलाब लगे।
तिरंगे की शान में…
(अंतरा 4):
चलो आज वादा करते हैं,
ना बाँटेंगे देश को किसी दीवार से।
ना नफरत बोएंगे कभी,
ना दूर रहेंगे प्यार से।
भारत को बनाएंगे फिर से,
ज्ञान, विज्ञान और संस्कार का गहना,
जहाँ बच्चा-बच्चा कहे –
मुझे गर्व है, मैं हिंदुस्तानी रहना।
तिरंगे की शान में…
हर दिल कुर्बान है…
भारत मां की जय कहो…
यही हमारी पहचान है।
✨ अंत में…
Desh Bhakti Geet केवल धुन नहीं होते, ये एक एहसास होते हैं जो हमें जोड़ते हैं — भारत से, उसके इतिहास से, और एक-दूसरे से।
इस स्वतंत्रता दिवस, एक बार फिर इन गीतों को दिल से सुनिए, गुनगुनाइए, और गर्व से कहिए